#शारदीय #नवरात्रि महोत्सव अलौकिक सिद्धि पर्व पर निम्न क्रम में सम्पन्न करें साधना प्रयोग
प्रथम दिवस -
घट स्थापन नवग्रह पूजन, भैरव साधना, गणपति स्थापना एवं सिद्धिदात्री जगदम्बा चैतन्यता मंत्र जप।
द्वितीय दिवस -
राज राजेश्वरी महाविद्या साधना, शांति कार्य एवं लक्ष्मी वृद्धि हेतु रुद्रायामलोक्त महादुर्गा दीप दानप्रयोग |
तृतीय दिवस -
चंडीउत्कीलन साधना, उच्चाटन, मोहन, वशीकरण, रहस्य सिद्धि हेतु सौभाग्य कृत्या, गृहस्थ सुख सिद्धि साधना, प्रयोग |
चतुर्थ दिवस-
अन्नपूर्णा साधना एवं भगवती भुवनेश्वरी प्रयोग, सायंकाल गुरुदेव शक्ति समन्वित मंत्र जप ।
पंचम दिवस -
प्रातः रोगनाश हेतु रोहिणी स्वरूपा शक्ति साधना, सायंकाल दुःख दारिद्रय नाश हेतु शांभवी साधना प्रयोग |
षष्ठम दिवस-
अष्ट योगिनी सिद्धि, भद्रकाली साधना. सायंकाल अणिमा सिद्धि प्रयोग| कुण्डलिनी जागरण हेतु मंत्र जप |
सप्तम दिवस -
कालिका एवं दुर्गा समन्वित शत्रु शांति, कार्य सिद्धि प्रयोग, सायंकाल गुरु मंत्र जप ।
अष्टमी दिवस -
ऐश्वर्य और महिमा प्राप्ति हेतु साधना, तांत्रोक्त गुरू पूजन एवं दस महाविद्या पूजन |
नवमी दिवस -
साधना पूर्णता हेतु हवन।
🙏💐🔱इस बार शारदीय नवरात्रि के पावन पर्व में आराधक प्रत्येक दिवस में जगदंबा के विविध स्वरूपों तथा गुरु से संबंधित मंत्र को संपन्न कर सकते हैं।
🔱नवरात्रि के प्रथम दिवस से अष्टमी तक विविध प्रकार की साधनाएं आराधक संपन्न कर सकते हैं जिनको दिवस के अनुसार ऊपर लिखा गया है ☝️